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राजस्थान-अलवर में खाना खाने गए चाचा-भतीजा को बदमाशों ने होटल से घर तक पीटा

अलवर.

जिले के न्याना गांव में होटल पर खाना खाने के दौरान दो पक्षों के बीच विवाद हो गया, जिसके चलते हुई मारपीट में एक ही पक्ष के चार लोग घायल हो गए। पीड़ित पक्ष ने मामले की सूचना पुलिस को दे दी है, जिस पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। जिले के गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम न्याना में होटल पर खाना खाने गए चाचा-भतीजे से गांव के लोगों का विवाद हो गया, जिसके चलते हमलावरों ने घर में आकर दोनों के साथ मारपीट की।

इस दौरान बीच-बचाव करने में परिवार के अन्य लोग भी घायल हो गए। घायलों को गोविंदगढ़ से अलवर के जिला अस्पताल में रैफर किया गया है, जिनमें से दो जनों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि दो का इलाज जिला अस्पताल में जारी है। जिला अस्पताल में भर्ती पीड़ित कमल ने बताया वह अपने भतीजे दीपक के साथ अपने गांव के होटल में खाना खाने गया था, तभी वहां पर चेतराम, बुधराम, पवन व अन्य लोगों से उनका विवाद हो गया। इन लोगों ने वहां पर दीपक से मारपीट भी की। बाद में घर आने पर इन हमलावरों ने घर में घुसकर उन पर हमला कर दिया और लाठियों से बुरी तरह पीटा। बीच-बचाव के लिए आए परिवार वालों के साथ भी उन्होंने मारपीट की, जिसमें कमल, दीपक, रामकिशन और हरिराम घायल हुए हैं। झगड़ा किस बात को लेकर हुआ, इसका कोई पता नहीं चल पाया है क्योंकि घायल कमल का कहना है कि उनकी आपस में कोई दुश्मनी भी नहीं है। इसके बावजूद करीब सात-आठ लोगों ने घर में आकर उनसे बुरी तरह मारपीट कर दी, जिससे चार लोगों को गंभीर चोटें आई हैं। झगड़े के बाद सभी हमलावर वहां से भाग खड़े हुए और सभी फरार बताए जा रहे हैं। फिलहाल पीड़ित पक्ष की ओर से इस बात की सूचना गोविंदगढ़ पुलिस को दे दी गई है। पुलिस ने हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है।

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मोहन कैबिनेट बैठक में कई प्रस्तावों पर लगी मुहर, इन कर्मचारियों को तोहफा

भोपाल

मप्र सरकार की मंगलवार को कैबिनेट बैठक हुई। कैबिनेट बैठक में सीएम डॉ. यादव ने मंत्रियों से कहा कि वे जिलों के अधिक से अधिक दौरे करें और गुड गवर्नेंस के लिए काम करें। आम आदमी तक सरकार की पहुंच हो, इसके लिए सभी फोकस करें।

एमपी स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कैबिनेट फैसलों की जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की 2047 में विकसित भारत बनाने की कल्पना को साकार करने के लिए मध्य प्रदेश, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के कुशल नेतृत्व में एक कदम आगे बढ़ाने के लिए तैयार है। मध्यप्रदेश 2047 में कैसा होगा, इसके लिए विजन डॉक्यूमेंट बनाकर पूरी तैयारियां की जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को भी निर्देश दिए गए हैं कि विजन डॉक्यूमेंट को पीएम नरेन्द्र मोदी की मंशा के मुताबिक तैयार किया जाए।

कैबिनेट मंत्री उदय प्रताप सिंह ने बताया कि कैबिनेट में विकसित भारत 2047 को लेकर चर्चा हुई है। एमपी सरकार पीएम नरेंद्र मोदी के सपने पर काम सरकार कर रही है। इसके लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है, जो विजन डॉक्यूमेंट बनाने का काम करेगी। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि नवाचार और आधुनिक तकनीकी के इस्तेमाल में एमपी आगे बढ़े, इसके लिए सबको मिलकर काम करना है। विजन डॉक्यूमेंट की समीक्षा मंत्री करें। जब कैबिनेट में आए तो समग्र बातें शामिल हों। सीएम यादव ने कहा कि विजन डॉक्यूमेंट में पीएम मोदी के सपनों का मध्यप्रदेश दिखाई देना चाहिए।

मोहन कैबिनेट बैठक के प्रमुख फैसले

  •     प्रदेश में 30 जून और 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों को एक वेतनवृद्धि का लाभ दिया जाएगा। इसके आधार पर ही उनकी पेंशन का निर्धारण भी होगा।
  •     नर्मदापुरम के बाबई मोहासा में नवकरणीय ऊर्जा के लिए भूमि की आवंटित करने का निर्णय लिया गया।बाबई में पहले से एमपी सरकार सोलर पावर के लिए काम कर रही है, लगभग 214 एकड़ भूमि सरकार पहले भी दे चुकी थी, लेकिन मांग को देखते हुए सरकार ने 311.44 एकड़ भूमी और देने का प्रस्‍ताव कैबिनेट में पास किया है।
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  •     मुरैना में बनेगा सोलर एनर्जी स्टोरेज का प्लांट।
  •     भोपाल के भंवरी में अतिरिक्त भूमि की आवंटित।
  •     15 नवंबर को बिरसा मुंडा की जन्म जयंती पर धार और शहडोल में होंगे राज्य स्तरीय कार्यक्रम। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वर्चुअली जुड़ेंगे।
  •     भौरी में नवकरणीय ऊर्जा के लिए 21.4 हेक्टेयर भूमि आवंटित की गई है।
  •     आवास योजना के तहत सरकार का लक्ष्य है कि ग्रामीण क्षेत्रों में 1.5 लाख रुपये और शहरी क्षेत्रों में 2.5 लाख रुपये का लाभ हितग्राहियों को प्रदान किया जाए।

    सीएम डॉ यादव ने मंत्रियों से कहा कि गुड गवर्नेंस के लिए सभी मंत्रियों को निर्देश दिए हैं कि सभी लक्ष्यों को समय पर पूरा किया जाए, जिससे आवास योजना सहित अन्य योजनाओं का लाभ सभी वर्गों तक समान रूप से पहुंचे। वे जिलों के अधिक से अधिक दौरे करें और गुड गवर्नेंस के लिए काम करें।

  •     मुरैना में सोलर पावर स्टोरेज कैपेसिटी डेवलप की जाएगी।
  •     नर्मदापुरम जिले के बाबई मे सोलर एनर्जी के लिए 214 एकड़ जमीन आरक्षित की गई है।
  •     अब और 311.44 एकड़ जमीन आरक्षित की गई है।
  •     इसके अलावा भोपाल जिले के भौंरी में भी सोलर एनर्जी के लिए 21.494 हेक्टेयर जमीन आरक्षित की गई है।
  •     रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के पहले यह तैयारी की गई है। इसका भूमि पूजन सात दिसंबर को हो सकता है।

पीएम आवास को मंजूरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट ने देश में तीन करोड़ नए आवास बनाने का फैसला किया है। इसमें एमपी को भी टारगेट मिला है। मंत्री उदय प्रताप ने बताया कि आज की कैबिनेट बैठक में इस पर चर्चा हुई है। एमपी में आने वाले समय में पीएम आवास योजना के अंतर्गत शहरी व ग्रामीण इलाकों में समान काम किया जाएगा। इसमें स्वयं की भूमि पर मकान बनाने वालों को शहरी इलाकों में करीब ढाई लाख रुपए और ग्रामीण इलाकों में डेढ़ लाख रुपए सरकार की ओर से दिए जाएंगे।

गांवों में 3.50 लाख आवास बनेंगे पीएम आवास योजना 2.0 में एमपी के लिए ग्रामीण इलाकों में शुरुआती दौर में 3.50 लाख आवास बनाने का टारगेट दिया गया है। इसे कैबिनेट में मंजूरी मिली है। हालांकि पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के अफसरों का कहना है कि एमपी के गांवों में 15 लाख ग्रामीणों को आवास चाहिए। पहले चरण में जो मंजूरी मिली है, उसके बाद अब आगामी स्टेज के लिए और टारगेट भेजे जाएंगे।

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मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने देवउठनी ग्यारस पर मालवीय नगर के युवा सदन में तुलसी-शालिग्राम विवाह में शामिल होकर की पूजार्चना

भोपाल
 देवउठनी ग्यारस के शुभ उपलक्ष्य में बीजेपी के विधायक रामेश्वर शर्मा ने युवा सदन कार्यालय पर तुलसी-शालिग्राम विवाह का आयोजन कराया। इस तुलसी-शालिग्राम विवाह कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी सम्मिलित हुए। उन्होंने तुलसी पूजन कर सभी को तुलसी विवाह की शुभकामनाएं दी। तुलसी विवाह के लिए युवा सदन कार्यालय को विवाह स्थल की तरह सजाया गया, जहां हुजूर सहित भोपाल के सैकड़ों लोग सम्मिलित होकर तुलसी-शालिग्राम विवाह के साक्षी बने।

सीएम ने की रामेश्वर शर्मा की तारीफ, बताया समाज का गौरव

मीडिया से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि – आज का दिन हम सभी सनातनियों के लिए गौरव का दिन है। ऐसा माना जाता है कि आज ही के दिन देवोत्थान एकादशी पर भगवान श्रीहरि विष्णु जी नींद से जागकर संसार की व्यवस्था का कार्यभार भगवान शिव से अपने हाथों में लेते हैं। इसलिए आज के दिन को हरिहर मिलन के दिन के रूप में भी मनाया जाता है। इसलिए मैं इस शुभ घड़ी में सभी प्रदेश और देशवासियों को देवोत्थान एकदशी की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।

उन्होंने आगे कहा कि – मेरे मित्र पूर्व प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा को बधाई, जिन्होंने तुलसी विवाह का इतना सुंदर आयोजन कराया और मुझे इसमें आमंत्रित कर तुलसी विवाह में सम्मिलित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। रामेश्वर शर्मा हमारे सनातन धर्म के ध्वजवाहक हैं, ये राजधानी में हमारे सनातन धर्म के सभी आयोजनों में बढ़-चढ़कर सहभागिता करते हैं। मैं इसके लिए इन्हें बधाई देता हूं। रामेश्वर जी हमारे समाज के गौरव हैं।

उपचुनाव पर बोले सीएम

सीएम डॉ मोहन ने कहा कि ये हमारा परंपरागत त्योहार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सनानी यज्ञ चल रहा है। ये मिलन का त्योहार है। वहीं एमपी उपचुनाव को लेकर कहा कि मैं सभी से अपील करता हूं कि पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार कदम से कदम मिलाकर चल रही है। सरकार विकास के लिए काम कर रही है। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि उपचुनाव में हमारे दोनों प्रत्याशी को विजयी बनाएं।

देवों के जागने के साथ मांगलिक कार्यों का शुभारंभ

वहीं आयोजन को लेकर विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि – यह सनातन धर्म की महानता है। जहां हर पर्व लोक में खुशियों का संचार करता है। आज देवउठनी ग्यारस है, सभी देवों को हम सेवक निंद्रा से जगाते हैं। देवों के जागने के साथ ही आज से सभी मांगलिक कार्यों का शुभारंभ होता है। हम इन्हीं देवों को साक्षी मानकर, इन्हीं की आराधना कर के अपने जीवन के शुभ उपलक्ष्यों की शुरुआत करते हैं।

मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने दी देवउठनी ग्यारस की शुभकामनाएं 

हिंदू मान्यतानुसार, आषाढ़ शुक्ल एकादशी से कार्तिक शुक्ल एकादशी तक भगवान विष्णु योग-निद्रा में रहते हैं, जिसे ‘चतुर्मास’ कहा जाता है। इस अवधि के दौरान विवाह, शुभ कार्यों और मांगलिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध रहता है। देवउठनी ग्यारस पर भगवान विष्णु के जागने के साथ ही सभी शुभ कार्यों की शुरुआत होती है। आज देवउठनी ग्यारस पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सभी को शुभकामनाएँ दी है। वे विधायक रामेश्वर शर्मा के निवास पर तुलसी-शालिग्राम के विवाह कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। आज से बाद शादी-ब्याह, गृह-प्रवेश और अन्य सभी शुभ कार्य प्रारंभ हो जाएंगे।

जनता से बीजेपी के पक्ष में वोट देने की अपील

इसी के साथ मुख्यमंत्री ने विजयपुर और बुधनी विधानसभा सीटों पर भारी संख्या में मतदान की अपील की है। उन्होंने जनता से आह्नान किया कि वे बीजेपी को वोट करें। बता दें कि  दोनों सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव होना है। बुधनी में बीजेपी के रमाकांत भार्गव और कांग्रेस के राजकुमार पटेल के बीच सीधी टक्कर है। इस सीट से कुल 20 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच। बुधनी विधानसभा को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गढ़ माना जाता है, इसलिए कांग्रेस के लिए यहां कड़ी चुनौती है। वहीं, विजयपुर में बीजेपी ने वन मंत्री रामनिवास रावत को उम्मीदवार बनाया है, जो कुछ समय पहले कांग्रेस से बीजेपी में आए थे। रावत के कांग्रेस छोड़ने के कारण ही यह सीट खाली हुई है, क्योंकि वे इसी सीट से कांग्रेस के विधायक थे। उनके सामने कांग्रेस की ओर से मुकेश मल्होत्रा चुनावी मैदान में हैं।

 

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छत्तीसगढ़-बिलासपुर हाईकोर्ट की फटकार, ‘वन्य जीव और पर्यावरण भी नष्ट हो रहा, अब बचा क्या है?’

बिलासपुर.

छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में वन्य जीव के संरक्षण को लेकर लगी याचिका पर आज सुनवाई हुई। जिसमें प्रदेश में हुई बाघ की मौत को भी संज्ञान में लिया गया। वन्यजीवों के मौत के मामले में मुख्य न्यायाधीश की टिप्पणी को अहम माना जा रहा है। दरअसल छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रमेश कुमार सिन्हा की डीबी में सुनवाई हुई जिसमें कोर्ट ने वन्यजीवों की मौत और पर्यावरण की अनदेखी पर बेहद कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि वन्य जीव नष्ट हो रहे हैं, पर्यावरण भी नष्ट हो रहे हैं अब बचा क्या?

मुख्य न्यायाधीश की डीबी ने कहा कि वन्य जीव नहीं बचा पाएंगे और जंगल नहीं बच पाएंगे तो कैसे चलेगा? वन्यजीव है तो जंगल हैं, छत्तीसगढ़ में कम से कम यही सब है। जिसके जवाब में महाधिवक्ता ने कहा कि मामले में कड़ी कार्रवाई की जा रही है। कोर्ट ने बाघ की मौत को लेकर भी टिप्पणी की है। कहा यह दूसरी मौत है, टाइगर हिंदुस्तान में जल्दी मिलता नहीं, यहां है तो संरक्षण नहीं कर पा रहे हैं। दरअसल 8 नवंबर 2024 को सरगुजा के कोरिया वन मंडल के पास खनखोपड़ नाला के किनारे बाघ का शव मिला, जिसे वन विभाग ने आधिकारिक तौर पर जहर खुरानी की घटना बताया है, जिसकी जांच जारी है। हाईकोर्ट ने एफिडेविट के माध्यम से कार्रवाई के बारे में पूछा। जिस पर शासन का पक्ष महाधिवक्ता ने रखा। हाईकोर्ट ने APCCF को नोटिस जारी कर व्यक्तिगत रूप से शपथपत्र का जवाब तलब किया है। कोर्ट ने पूछा है कि वन्यजीवों के संरक्षण के लिए क्या कदम उठाए गए हैं? मामले में अगली सुनवाई आगामी 21 नवंबर को निर्धारित की है।

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राजस्थान-जयपुर में जगद्गुरु रामभद्राचार्य बोले-समसामयिक और जरूरी चेतावनी है ‘बंटोगे तो कटोगे’

जयपुर.

जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने मंगलवार को राजधानी जयपुर में बड़ा बयान दिया। महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों में बीजेपी के जिस बंटोगे तो कटोगे नारे की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है, उसे लेकर रामभद्राचार्य ने कहा कि ये बातें समसामयिक हैं और सत्य हैं। हमें बंटना नहीं है। चाहे पंथ अनेक हों, हम सब हिंदू एक हों। जब हम सब एक होकर रहेंगे, हमारा कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता। जैसे एक अंगुली एक होती है तो कोई भी तोड़ देता है, लेकिन जब ये मिलकर मुक्का बन जाती है तो तोड़ने वाले के दांत टूट जाते हैं।

गौरतलब है कि बीते चार दिनों में रामभद्राचार्य ने पीओके, पाकिस्तान और कश्मीर को लेकर लगातार बयान दिए हैं। दो दिन पहले उन्होंने जयपुर में श्रीराम कथा के दौरान कश्मीर में धारा-370 और पाकिस्तान का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि धारा-370 की बात मत करो, थोड़े दिन में ही पाक अधिकृत कश्मीर भी हमारा होगा। अब वह दिन दूर नहीं, जब विश्व के नक्शे से पाकिस्तान का नामो निशान मिट जाएगा। उन्होंने कहा, कश्मीर हमारा है। हमारे देश का अभिन्न अंग है। इसे देश से कोई अलग नहीं कर सकता। कश्मीर भारत का सिरमौर है। भारत माता आप चिंता मत करिए। जब तक जगदगुरु रामभद्राचार्य का यह त्रिदंड रहेगा। भारत की ओर कुदृष्टि रखने वालों की आंख निकाल कर रख दी जाएगी। उन्होंने कहा, भगवान राम ने देश को एक करने का काम किया था।
पहले प्रधानमंत्री ने देश को बांटने का काम किया
उन्होंने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का नाम लिए बिना कहा, हमारे देश का दुर्भाग्य देखिए कि पहले प्रधानमंत्री ने देश को बांटने का काम कर दिया। जो कश्मीर हमारे भारत का मुकुट मणि है। ऋषि कश्यप की जन्मस्थली है। इस कश्मीर में भगवान शिव अमरनाथ के रूप में विराजित हैं। माता वैष्णो का जहां धाम है। उस कश्मीर को आधा कर दिया। कश्मीर का आधा हिस्सा पाकिस्तान को दे दिया, जो बचा उसमें धारा-370 लगवा दी।

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भारतीय टीम अपने मैच दुबई में खेले और बाकी के मैच पाकिस्तान में आयोजित किए जाएं, पाकिस्तान नहीं राजी

नई दिल्ली
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की मेजबानी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी के पास है। पीसीबी की मुश्किलें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने बढ़ा रखी हैं। बीसीसीआई ने आईसीसी के जरिए पाकिस्तान पर दबाव बनाया है कि फरवरी-मार्च में खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट को हाइब्रिड मॉडल पर आयोजित किया जाए। भारतीय टीम अपने मैच दुबई में खेले और बाकी के मैच पाकिस्तान में आयोजित किए जाएं। हालांकि, पाकिस्तान इसके लिए फिलहाल राजी नहीं है। यहां तक कि रिपोर्ट्स आ रही हैं कि भारतीय टीम के पाकिस्तान नहीं आने पर पाकिस्तान टूर्नामेंट की मेजबानी करने से पीछे हट सकता है। अगर ऐसा होता है तो फिर एक नए देश को टूर्नामेंट की मेजबानी करने का मौका मिल सकता है।

दरअसल, क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई ने ईमेल के जरिए आईसीसी को सूचित किया है कि भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगी। सुरक्षा कारणों से भारत सरकार भी इसके पक्ष में नहीं होगी। ऐसे में टूर्नामेंट हाइब्रिड मॉडल पर आयोजित किया जाए। आईसीसी ने ये ईमेल पीसीबी को भेज दिया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इसके लिए तैयार नहीं है।

उधर, पाकिस्तान सरकार ने पीसीबी पर दबाव डाला है। रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि पाकिस्तान सरकार ने बोर्ड से कहा है कि अगर भारतीय टीम पाकिस्तान नहीं आती है तो वे टूर्नामेंट की मेजबानी को छोड़ सकते हैं। सरकार की ओर से ये भी संकेत मिला है कि पाकिस्तान को हाइब्रिड मॉडल पर भी टूर्नामेंट को आयोजित करने के लिए राजी नहीं होना चाहिए। ऐसे में अगर पाकिस्तान टूर्नामेंट की मेजबानी करने से पीछे हटता है तो फिर पूरा टूर्नामेंट साउथ अफ्रीका में आयोजित हो सकता है।

क्यों बन सकता है साउथ अफ्रीका मेजबान?
अगर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी से पीछे हटा तो फिर साउथ अफ्रीका में इस टूर्नामेंट का आयोजन इसलिए भी हो सकता है, क्योंकि वही सभी के लिए एक अच्छा विकल्प होगा। फरवरी के पहले सप्ताह में वहां एसए20 लीग खत्म हो जाएगी और उसके बाद चैंपियंस ट्रॉफी वाली विंडो खाली होगी। इसके अलावा साउथ अफ्रीका में लंबे समय से कोई आईसीसी इवेंट आयोजित नहीं हुआ तो ये एक अच्छा विकल्प आईसीसी के लिए भी हो सकता है। हालांकि, 2027 के वनडे विश्व कप की संयुक्त मेजबानी साउथ अफ्रीका को जिम्बाब्वे के साथ मिलकर करनी है।

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राजस्थान-टोंक की देवली-उनियारा सीट के उपचुनाव कराने मतदान दल रवाना

टोंक.

11 नवंबर की शाम 6 बजते ही चुनावी शोर पूरी तरह से थम गया। अब प्रत्याशी मतदाताओं के घर-घर जाकर दर पर वोट की अपील कर रहे हैं। जिले की देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर के लिए 13 नवंबर को मतदान होना है, जिसके लिए जिला निर्वाचन अधिकारी डॉक्टर सौम्या झा ने पूरी तैयारियां कर ली हैं। आज मतदान दलों को इस संबंध में पीजी कॉलेज में प्रशिक्षण दिया गया है।

13 नवंबर को होने वाले मतदान को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं भयमुक्त वातावरण में सफलतापूर्वक संपन्न करवाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. सौम्या झा ने राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में मतदान दलों को दिए जाने वाले तृतीय प्रशिक्षण एवं मतदान केंद्रों पर रवानगी को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। देवली-उनियारा के मतदान दलों को तृतीय प्रशिक्षण के उपरांत राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय टोंक से मतदान केंद्रों के लिए रवाना किया जा रहा है। तृतीय प्रशिक्षण के दौरान ईवीएम व मतदान से संबंधित अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई गई है। 13 नवंबर को 307 पोलिंग बूथों पर मतदान कराने के लिए 1472 मतदान कर्मियों को नियुक्त किया गया है। यहां करीब 3 लाख 2 हजार 743 मतदाता अपने मताधिकार उपयोग करेंगे, जिनमें 1 लाख 55 हजार 958 पुरुष, 1 लाख 46 हजार 784 महिला एवं एक ट्रांसजेंडर मतदाता अपना वोट डालेंगे। देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र में 10 आदर्श मतदान केंद्र बनाए गए हैं। साथ ही युवा, महिला एवं इको फ्रेंडली 8-8 एवं एक दिव्यांग मतदान केंद्र स्थापित किया गया है। वेब कास्टिंग के लिए 169 मतदान केंद्रों को चिन्हित किया गया है।

एरिया व सेक्टर मजिस्ट्रेट रखेंगे निगरानी
विधानसभा उपचुनाव-2024 को शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष रूप से संपन्न कराने के लिए 45 माइक्रो ऑब्जर्वर, 30 सेक्टर अधिकारी एवं 7 एरिया मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं। 169 पोलिंग बूथों पर वेब कास्टिंग की जाएगी। इसके साथ ही क्रिटिकल मतदान केंद्रों पर रहेगी विशेष नजर, सुरक्षा की पूरी व्यवस्था रहेगी। जिले के चिन्हित 90 क्रिटिकल मतदान केंद्रों पर सुरक्षा की दृष्टि से सीएपीएफ की टीम के साथ-साथ पर्याप्त पुलिस जाप्ते की व्यवस्था भी की गई है।

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ऑनलाइन फूड डिलीवरी के खाने के पार्सल में धारदार ब्लेड निकली, खोलते ही सूख गया खून

बड़वानी
 ऑनलाइन फूड डिलीवरी के मामलों में अब तक आपने कीड़े-मकोड़े निकलने की घटनाएं ही सुनी होंगी, लेकिन तब क्या हो जब आपके खाने के पार्सल में धारदार ब्लेड निकल आए। जी हां! मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले के सेंधवा में एक होटल के पार्सल में शेविंग ब्लेड निकलने से हड़कंप मच गया है।
अस्पताल में मंगाया था पार्सल

दरअसल, कृषि उपज मंडी सेंधवा में कार्यरत कर्मचारी कल्पना गोयल ने पत्रकारों को बताया कि आज उन्होंने राजकमल होटल से दो पार्सल बुलवाए थे। उन्होंने बताया कि उनकी मां बीमार है और उन्हें देखने परिवार के अन्य सदस्य भी आए थे। इसलिए अस्पताल में ही दो पार्सल बुलवाए गए थे।
एक पार्सल का खाना खाकर दूसरा खोला तो…

उन्होंने आरोप लगाया कि एक पार्सल का भोजन समाप्त करने के बाद जब दूसरा पार्सल खोला गया तो चावल के डब्बे में शेविंग ब्लेड निकली। यह देखकर सभी घबरा गए और उन्होंने आगे का भोजन नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि होटलों में सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता और इतनी खतरनाक चीज जानलेवा हो सकती थी। उन्होंने कहा कि अभी तक तो कीड़े मकोड़े ही निकल रहे थे। अब ये सब चीजें निकलने लगी हैं।

होटल संचालक ने पेश की सफाई

उधर इस पूरे मामले में होटल संचालक ने अपनी सफाई पेश की है। भोजनालय के संचालक योगेश जोशी ने बताया कि उन्हें समझ में नहीं आ रहा कि यह घटना कैसे हुई है। उन्होंने कहा कि चावल रखने का कंटेनर काफी छोटा था और चावल हाथ से ही भरे जाते थे। यदि ब्लेड होता तो यह रखने वाले के हाथ में भी लग जाता। फिर भी उन्होंने घटना पर खेद प्रकट किया है। फिलहाल मंडी कर्मचारी ने प्रशासन से मामले में कार्रवाई की मांग की है। हालांकि उन्होंने कहीं शिकायत नहीं की है।

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आज से चमक इन राशियों की किस्मत

सृष्टि के रचयिता श्री हरि विष्णु की कृपा से जीवन में सुख और आनंद आता है। भगवान विष्णु की पूजा के लिए गुरुवार को एकादशी और चातुर्मास को महत्वपूर्ण माना जाता है। चातुर्मास वह अवधि है जब भगवान चार महीने तक योग निद्रा में रहते हैं। आज यानी देवउठनी एकादशी पर शश राजयोग और सर्वार्थ सिद्धि योग का सुंदर संयोग बना। यह एक अत्यंत दुर्लभ योग है जिसमें देवउठनी एकादशी पर शनि अपनी मूलत्रिकोण राशि कुंभ में गोचर करते हुए शश राजयोग बना रहे हैं। 4 दिन बाद शनि भी इसी राशि में मार्गी हो जाएंगे। इस शुभ संयोग से भगवान विष्णु चातुर्मास की योग निद्रा से जागते हैं।

जो लोग नियमित रूप से भगवान विष्णु की पूजा करते हैं, उन पर हमेशा नारायण की कृपा बनी रहती है। हालांकि, कुछ राशियां ऐसी  भी हैं जिन पर भगवान विष्णु की कृपा हमेशा बनी रहती है । आइए जानते हैं कौन सी है श्री हरि विष्णु की प्रिय राशियां।

वृषभ राशि
इस राशि का स्वामी शुक्र ग्रह शुक्र है। इसलिए इस राशि के जातकों पर हमेशा भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है और वे जीवन में हर तरह की खुशियां हासिल कर सकते हैं। लेकिन इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि आप महिलाओं का सम्मान करें और साफ-सफाई बनाए रखें।

कर्क राशि
कर्क राशि भगवान विष्णु की सबसे लोकप्रिय राशि है क्योंकि यह चंद्रमा की राशि है। भगवान विष्णु की राशि भी कर्क है।  इसलिए कर्क राशि सभी 12 राशियों में सबसे अच्छी राशि मानी जाती है और इस पर श्रीहरि का आशीर्वाद भी है। भगवान विष्णु की कृपा से इन्हें समाज में सम्मान और शिक्षा में सफलता मिलती है।

सिंह राशि
सिंह राशि के स्वामी ग्रह सूर्य हैं। वैदिक ज्योतिष में भगवान विष्णु को  अधिष्ठाता देवता सूर्य नारायण का बताया गया है। सूर्य सर्वोच्च सत्ता के रूप में विष्णु हैं और उपनिषदों में उन्हें सूर्य का निवासी आदित्य पुरुष कहा गया है। सूर्य से संबंधित होने के कारण सिंह राशि भी भगवान विष्णु के पसंदीदा नक्षत्रों में से एक है। श्रीहरि की कृपा से सिंह राशि के लोग अपने कार्यों में सफलता प्राप्त करते हैं और अपने प्रयासों से नई ऊंचाइयां हासिल करते हैं।

तुला राशि
तुला राशि का स्वामी ग्रह शुक्र है। शुक्र न केवल प्रेम का ग्रह है, बल्कि आध्यात्मिक ग्रह भी है। इसके अलावा इस ग्रह को भगवान विष्णु की पत्नी मां लक्ष्मी का घर भी माना जाता है। माता लक्ष्मी से संबंध होने के कारण तुला राशि को भगवान विष्णु की सबसे लोकप्रिय राशि माना जाता है। इस राशि के लोग अच्छे चरित्र वाले होते हैं और जीवन में सुख और सम्मान प्राप्त करते हैं।

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CG : जंगली जानवरों का शिकार करते हुए पांच शिकारी गिरफ्तार, गश्त के दौरान पुलिस ने की कार्रवाई

बलौदाबाजार : जिला वनमंडल के वन अमलों द्वारा संवेदनशील क्षेत्रों में नियमित रूप से गश्ती की जा रही है। इसी दौरान नौ नवंबर की रात लगभग नौ बजे परिक्षेत्र अर्जुनी अंतर्गत वन क्षेत्र में गश्ती के दौरान परिक्षेत्र अर्जुनी रात्रि गश्ती टीम द्वारा कुछ लोगों को जंगल की तरफ गांजरडीह बीट में जाते हुए देखा गया। गश्ती टीम द्वारा उनका पीछा किया गया और जंगल में छिपकर उनको पकड़ने के लिए घात लगाकर बैठे रहे। सुबह तड़के करीब चार बजे शिकार के पांच आरोपियों को वन विभाग द्वारा धर दबोचा गया।

मुख्य शिकारी कमल सिंह ग्राम गांजरडीह है, जो पूर्व में भी वन्यप्राणी के शिकार केस में जेल भेजा जा चुका है और जमानत में बाहर आकर दोबारा शिकार की घटनाओं को अंजाम देता है, उक्त व्यक्ति आदतन शिकारी है एवं अन्य चार आरोपी क्रमश कुंजराम विश्वकर्मा ग्राम करमेल, कुबेर सिंह भोई ग्राम करमेल, चैनूराम भोई ग्राम करमेल एवं युधिष्ठिर भोई ग्राम करमेल है। इनके पास से शिकार सामग्री करीब 6.7 किग्रा जीआई तार एवं सेट्रींग तार जब्त किया गया, जिसे जंगल में फैलाकर लकड़ी की खुंटी लगाकर 11000 वोल्ट के विद्युत खम्भे में कनेक्शन करके वन्यप्राणी के शिकार को अंजाम देने का प्रयास कर रहे थे। उपरोक्त गश्ती टीम में गोविंद राम निषाद वनरक्षक परिसर रक्षी गांजरडीह, सनद यादव, भानु प्रसाद केंवट, तुलाराम, मनोहर सुरक्षा श्रमिक शामिल थे।

साथ ही दो दिन पूर्व ही वन विभाग की टीम द्वारा गांजरडीह एवं सराईपाली के आस-पास के गांव में बाघ एवं अन्य वन्यप्राणी विचरण के संबंध में मुनादी कराया गया था ग्रामीणों को समझाईस दी गयी थी कि वन क्षेत्र में न जावें। उसके बाद भी शिकारियों द्वारा वन्यप्राणी के शिकार करने का प्रयास किया गया। हालाकि वन विभाग की टीम ने शिकार होने के पूर्व ही शिकारियों को धर दबोचा। इसके पूर्व सोनाखान परिक्षेत्र के भुसड़ीपाली बीट में भी दो बंदूकधारी शिकारियों को उनके शिकार के पूर्व ही उन्हें पकड़ लिया गया था। उक्त शिकार में संलिप्त पांच शिकारियों के विरूद्ध नियमानुसार वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत आवश्यक कार्रवाई कर जेल भेजा गया। उपरोक्त कार्रवाई में उप वनमंडलाधिकारी कसडोल हितेश कुमार ठाकुर, परिक्षेत्र अधिकारी अर्जुनी अनिरूद्ध भोई, परिक्षेत्र सहायक सोनाखान योगेश कुमार साहू वनपाल एवं परिक्षेत्र अर्जुनी के समस्त वन अमला शामिल थे।

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