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एमपी के 18 जिलों में बारिश का अलर्ट, सागर में पगरा डैम के 5, टीकमगढ़ में बान सुजारा के सभी 12 गेट खोले

भोपाल
टीकमगढ़ में बुधवार को हुई बारिश से बड़ागांव धसान में पुल पर 2 फीट ऊपर तक पानी बहने लगा। बान सुजारा डैम के सभी 12 गेट खोल दिए गए हैं।

मध्यप्रदेश में गुरुवार को 18 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है। भोपाल में सुबह रिमझिम बारिश हुई, जो दोपहर में तेज हो गई। पन्ना में रात से बारिश जारी है, यहां के एनडीआरएफ और होमगार्ड कार्यालय में पानी भर गया है।

मध्यप्रदेश में अब तक इस मानसून सीजन में कुल 14.6 इंच बारिश हुई है, जो कि सीजन की 35% बारिश का हिसाब है। विशेषज्ञों के अनुसार, 28 जुलाई से एक और स्ट्रॉन्ग सिस्टम की एक्टिविटी की संभावना है, जिससे उत्तरी हिस्से में और भी तेज बारिश हो सकती है।

इस सीजन में मध्यप्रदेश के पश्चिमी भाग में भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल संभाग में औसत से 4% अधिक बारिश हुई है, जबकि पूर्वी हिस्से में रीवा, सागर, जबलपुर और शहडोल संभाग में 5% कम बारिश रिकॉर्ड की गई है।

राज्य में औसत 35% बारिश

25 जुलाई तक, मध्य प्रदेश में मानसून सीजन की कुल 35% बारिश हो चुकी है, जो कि 14.6 इंच के बराबर है।

भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात

लगातार बारिश के कारण कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। सागर में पगरा बांध के 5 गेट और टीकमगढ़ में बान सुजारा बांध के सभी 12 गेट खोलकर पानी छोड़ा गया है।

इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

आज जबलपुर, भोपाल, रीवा, सागर, ग्वालियर, चंबल, उज्जैन, नर्मदापुरम, शहडोल, छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, दमोह, निवाड़ी, कटनी, सीधी, सिंगरौली, और अनूपपुर जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

इससे पहले बुधवार को सागर में पगरा डैम के 11 में से 5 गेट खोलकर पानी छोड़ा गया। बीना के बिल्धव में लोगों को घरों की छतों से रेस्क्यू करना पड़ा। टीकमगढ़ में धसान नदी का जलस्तर बढ़ने से बुधवार रात करीब 10 बजे बान सुजारा बांध के सभी 12 गेट खोलकर 480 क्यूमैक्स पानी छोड़ा गया। देर रात बड़ागांव धसान में पुल पर 2 फीट ऊपर तक पानी बहने लगा।

निवाड़ी जिले में बुधवार शाम को जामनी नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। यहां बने टापू पर 4 युवक फंस गए। पानी का बहाव ज्यादा होने से बचाने गए गोताखोर भी फंस गए। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने करीब 6 घंटे की मशक्कत के बाद सभी को सुरक्षित बाहर निकाला। दतिया के सनकुआ धाम में युवक सिंध नदी में बह गया।

28 जुलाई से फिर स्ट्रॉन्ग सिस्टम

सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के मुताबिक, मानसून ट्रफ ऊपर चली गई है। लो प्रेशर एरिया साइक्लोनिक सर्कुलेशन के रूप में एक्टिव है। एक अन्य साइक्लोनिक सर्कुलेशन नॉर्थ गुजरात में है। यह मानसून ट्रफ के साथ मर्ज हो गया है। इन वजहों से प्रदेश में बारिश हो रही है।

मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि 28 जुलाई से फिर स्ट्रॉन्ग सिस्टम की एक्टिविटी हो सकती है। 29 और 30 जुलाई को उत्तरी हिस्से में तेज बारिश होने का अनुमान है।

28 जुलाई से फिर तेज बारिश

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 28 जुलाई से एक बार फिर प्रदेश में तेज बारिश का दौर शुरू होगा। 29 और 30 जुलाई को उत्तरी हिस्सों में भारी बारिश होने का अनुमान है।

पश्चिमी मध्य प्रदेश में औसत से ज्यादा बारिश

राज्य के पश्चिमी हिस्सों में औसत से 4% ज्यादा बारिश हुई है, जबकि पूर्वी हिस्सों में 5% कम बारिश दर्ज की गई है।

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