शूटर मनु भाकर ने जगाई पदक की उम्मीद, 20 साल बाद किया यह बड़ा कारनामा

पेरिस

पेरिस ओलंपिक 2024 के पहले दिन (27 जुलाई) शूटिंग में भारत के लिए अच्छी खबर सामने आई है. निशानेबाज मनु भाकर वूमेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट के फाइनल में पहुंच गई हैं. मनु भाकर 60 शॉट के क्वालिफाइंग रांउड में कुल 580 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं. भाकर ने पहली सीरीज में 97, दूसरी में 97, तीसरी में 98, चौथी में 96, पांचवीं में 96 और छठी सीरीज में 96 अंक हासिल किए. मनु भाकर का फाइनल कल (28 जुलाई) दोपहर भारतीय समयानुसार 3.30 बजे होगा.

रिदम सांगवान का निराशाजनक प्रदर्शन

बता दें कि वूमेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में रिदम सांगवान भी भाग ले रही थीं, लेकिन उन्होंने निराश किया. रिदम 573 अंकों के साथ 15वें स्थान पर रहीं. 22 साल की मनु भाकर टोक्यो ओलंपिक में कुछ खास नहीं कर पाई थीं, लेकिन इस बार वह बेहतर प्रदर्शन करना चाहेंगी. वह तीन स्पर्धाओं में हिस्सा ले रही हैं, जिसमें 10 मीटर एयर पिस्टल, 25 मीटर पिस्टल और 10 मीटर पिस्टल मिक्स्ड टीम शामिल हैं.

मनु ने लगाए टॉप 2 से ज्यादा एक्स

मनु भाकर ने क्वालिफिकेशन के 6 राउंड में 97,97,98,96,96 अंक हासिल किए और उनके कुल 580 अंक रहे। महिला 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में पहले नंबर पर हंगरी की वैरोनिका मेजर रहीं जिन्होंने 582 अंक हासिल किए और उन्होंने 22 एक्स लगाए जबकि दूसरे नंबर पर कोरिया की ओह ये जिन रहीं जिन्होंने 20 एक्स के साथ 582 अंक हासिल किए। वहीं मनु भारत ने इन दोनों से ज्यादा एक्स (27) लगाए, लेकिन सिर्फ 2 अंक से वो पीछे रह गईं।
मनु भाकर ने की शानदार वापसी

मनु भाकर ने इससे पहले साल 2018 में टोक्यो ओलंपिक में भी हिस्सा लिया था, लेकिन वो किसी भी इवेंट के फाइनल तक भी नहीं पहुंच पाई थीं। टोक्यो ओलंपिक में 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में वो 12वें स्थान पर रही थीं जबकि 25 मीटर पिस्टल इवेंट में वो 15वें नंबर पर रहीं थी। इसके अलावा वो 10 मीयर एयर पिस्टल मिक्स्ड इवेट में उनका सफर 7वें स्थान पर रहते हुए खत्म हुआ था। पिछले ओलंपिक में अपने इस प्रदर्शन को छोड़ते हुए मनु ने इस बार खुद को साबित किया और 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट सिंगल्स के फाइनल में जगह बना ली।

इससे पहले भारतीय निशानेबाज 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम क्वालिफिकेशन चरण में बाहर हो गए. भारत की दो जोड़ियां इस स्पर्धा में भाग ले रही थीं. रमिता जिंदल और अर्जुन बाबुता 628.7 के कुल स्कोर के साथ छठे, जबकि इलावेनिल वलारिवन और संदीप सिंह 626.3 के कुल स्कोर के साथ 12वें स्थान पर रहे. रमिता और अर्जुन की जोड़ी ने एक समय उम्मीद बनाई थी. यह भारतीय जोड़ी तीन शॉट शेष रहते पांचवें स्थान पर थी, लेकिन आखिर में पदक राउंड के कट ऑफ से 1.0 अंक पीछे रह गई.

अर्जुन ने दूसरी सीरीज में शानदार शुरुआत की और 10.5, 10.6, 10.5, 10.9 का स्कोर बनाया. रमिता ने दूसरी सीरीज में 10.2, 10.7, 10.3, 10.1 का स्कोर बनाया. इससे यह जोड़ी शीर्षक आठ में तो पहुंच गई, लेकिन पदक राउंड में जगह बनाने के लिए यह स्कोर पर्याप्त नहीं था. पदक राउंड में पहुंचने के लिए शीर्ष चार में जगह बनाना जरूरी था. चीन, कोरिया और कजाकिस्तान की टीम क्वालिफिकेशन दौर में पहले तीन स्थानों पर रही.

सरबजोत फाइनल में पहुंचने से चूके

उधर सरबजोत सिंह और अर्जुन सिंह चीमा पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में जगह नहीं बना सके. फाइनल मुकाबले के लिए टॉप आठ शूटर्स को जगह मिली. सरबजोत क्वालिफिकेशन में 577 के कुल स्कोर के साथ नौवें स्थान पर, जबकि अर्जुन 574 के स्कोर के साथ 18वें स्थान पर रहे.

आठवें स्थान के साथ फाइनल में जगह बनाने वाले जर्मनी के रॉबिन वाल्टर का स्कोर भी 577 था, लेकिन उन्होंने सरबजोत के 16 के मुकाबले 17 सटीक निशाने लगाए थे. सरबजोत चौथी सीरीज में परफेक्ट 100 का स्कोर करने के बाद शीर्ष तीन में पहुंच गए थे, लेकिन 22 साल का यह निशानेबाज लय बरकरार रखने में नाकाम रहा और मामूली अंतर से फाइनल में जगह बनाने से चूक गए.

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *