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विनोद कांबली के दोस्तों ने वीडियो में नजर आया कि कांबली को ना सिर्फ चलने में बल्कि खड़े होने में भी संघर्ष करना पड़ रहा है

नई दिल्ली
क्रिकेट जगत हाल ही में उस वक्त बेहद हैरान रह गया, जब पूर्व भारतीय बल्लेबाज विनोद कांबली का लड़खड़ाने वाला वीडियो वायरल हुआ। वीडियो में नजर आया कि कांबली को ना सिर्फ चलने में बल्कि खड़े होने के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है। उन्हें कुछ कदम चलने के लिए तीन लोगों का सहारा लेना पड़ा। हालांकि, कांबली की हेल्थ पर अब एक अहम अपडेट सामने आया है। कांबली के करीबी क्रिकेट मित्रों ने बताया कि वायरल वीडियो पुराना है और उनकी हालत फिलहाल ठीक है। कांबली के स्कूल के क्लासमेट रिकी और प्रथम श्रेणी के अंपायर मार्कस ने गुरुवार को अपने दोस्त से मुलाकात की।

दोनों ने बताया कि कांबली ने कहा, "मैं ठीक हूं, सोशल मीडिया पर विश्वास मत करो।" हमारे सहयोगी हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, मार्कस ने कहा, ''जब हम उनसे मिले तो वह बहुत खुशमिजाज लग रहे थे। उनकी हालत में सुधार हो रहा है और उनकी हालत पहले से बेहतर है। जो वीडियो वायरल हो रहा है, वो पुराना है। उनके पेट पर चर्बी नहीं है और वह अपना खाना भी अच्छे से खाते हैं। पूरा परिवार मौजूद था और एक-दूसरे के साथ का लुत्फ उठा रहा था। उनके बेटे क्रिस्टियानो भी अपने पिता की तरह बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और वह अपने पिता से बैटिंग टिप्स ले रहे थे।''

रिकी और मार्कस ने गुरुवार दोपहर को लगभग पांच घंटे कांबली के साथ बिताए। कांबली ने इस दौरान 1990 के दशक में वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाजों की खतरनाक बॉडीलाइन गेंदबाजी का सामना करने और दिवंगत स्पिन जादूगर शेन वार्न से भिड़ने की अपनी सर्वश्रेष्ठ पारियों की यादें ताजा कीं। उन्होंने पुरानी हिंदी गाने भी गाए। 52 वर्षीय कांबली को पहले स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां रही हैं। 2013 में उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। तब एक पुलिस ऑफिसर ने उन्हें लीलावती अस्पताल पहुंचाकर जान बचाई थी।

कांबली ने अपने करियर के शुरुआती दौर में घरेलू क्रिकेट में खूब रन बनाकर सुर्खियां बटोरी थीं। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 129 मैचों में 59.67 की औसत से 9965 रन बनाए। कांबली ने 1991 में भारत के लिए पदार्पण किया। उन्होंने पहला इंटरेशनल मैच शारजाह में पाकिस्तान के खिलाफ खेला। यह वनडे मैच था। कांबली ने अपने करियर में 104 वनडे मैचों 2477 रन बनाए। उन्होंने 1993 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। उन्होंने 17 टेस्ट मैचों में 1084 रन जुटाए। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 129 मैचों में 59.67 की औसत से 9965 रन बनाए।

 

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