EPFO ने दी राहत भरी खबर, क्लेम सेटल करने में नहीं दुखेगा सिर, होने जा रहा बड़ा बदलाव

नई दिल्ली

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपने सदस्यों को एक महत्वपूर्ण खुशखबरी दी है। लगातार आ रही तकनीकी समस्याओं और उपयोगकर्ता अनुभव में सुधार के उद्देश्य से, EPFO ने अपने पोर्टल और मोबाइल एप्लिकेशन को और अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाने के लिए बड़े कदम उठाने की घोषणा की है। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने निर्देश दिया है कि अगले तीन महीनों के भीतर इन समस्याओं का समाधान कर लिया जाएगा। इससे कर्मचारियों को भविष्य निधि से जुड़े सभी कार्य ऑनलाइन करने में आसानी होगी।

नए IT सिस्टम 2.01 की शुरुआत

EPFO नए आईटी सिस्टम 2.01 की तैयारी कर रहा है, जो मौजूदा सिस्टम की तुलना में अधिक सक्षम और तेज होगा। यह सिस्टम सदस्यों को वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर आ रही समस्याओं से मुक्ति दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। नई वेबसाइट और ऐप के माध्यम से लॉगिन करना, क्लेम सेटलमेंट, और अन्य सेवाओं का उपयोग पहले से कहीं अधिक सहज और सरल हो जाएगा।

नौकरी बदलने पर मिलेगी राहत

एक और बड़ी समस्या जिसका समाधान नए सिस्टम से किया जाएगा, वह है नौकरी बदलने पर मेंबर आईडी (MID) के स्थानांतरण की आवश्यकता। अब तक, जब कोई सदस्य नौकरी बदलता था, तो उसे अपने EPF अकाउंट को नए नियोक्ता से जोड़ने के लिए मेंबर आईडी ट्रांसफर करना पड़ता था। यह प्रक्रिया न केवल जटिल थी बल्कि इसमें समय भी बहुत लगता था। नए सिस्टम के लागू होने के बाद इस प्रक्रिया से छुटकारा मिलेगा और सदस्य बिना किसी परेशानी के अपने फंड का संचालन कर सकेंगे।

तकनीकी समस्याओं का समाधान

मौजूदा पोर्टल पर कई तकनीकी समस्याएं सामने आ रही थीं, जिनमें सबसे प्रमुख समस्या लॉगिन की थी। लॉगिन करने में अक्सर सदस्यों को कठिनाई होती थी, और यदि वे लॉगिन कर भी लेते थे, तो कई बार उन्हें केवाईसी (KYC) फिर से अपडेट करने की जरूरत पड़ती थी, जबकि उन्होंने पहले ही इसे अपडेट किया होता था। इसके अलावा, कई सदस्य अपना फंड क्लेम करने में भी सक्षम नहीं हो पाते थे, जिसका कारण वेबसाइट का धीमा सर्वर था। EPFO ने इन सभी समस्याओं को नए आईटी सिस्टम के माध्यम से हल करने का आश्वासन दिया है।

पोर्टल पर बढ़ते बोझ का समाधान

एक अन्य महत्वपूर्ण कारण जो पोर्टल पर समस्याओं का कारण बना, वह था इसके ऊपर बढ़ता बोझ। वर्तमान आईटी सिस्टम की कैपेसिटी बहुत कम थी, जिसके चलते एक साथ बड़े ट्रैफिक को संभालना मुश्किल हो रहा था। नए अपडेट के बाद, यह बोझ कम होगा और ट्रैफिक मैनेजमेंट में सुधार होगा, जिससे पोर्टल की कार्यक्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।

क्या-क्या होगा बदलाव?

नए अपडेटेड सिस्टम के साथ, कई प्रमुख सुधार देखने को मिलेंगे:

    क्लेम सेटलमेंट की सुविधा ऑटो प्रोसेसिंग मोड पर: इसका मतलब है कि क्लेम सेटलमेंट की प्रक्रिया स्वतः हो जाएगी, जिससे सदस्यों को क्लेम सेटलमेंट में कोई देरी या समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।

    पेंशनभोगियों को समय पर पेंशन: सभी पेंशनभोगियों को एक तय तारीख पर ही पेंशन मिल जाएगी, जिससे पेंशन वितरण में होने वाली देरी खत्म होगी।

    UAN आधारित EPFO बैलेंस देखने की सुविधा: यूएएन आधारित बैलेंस चेक करने की सुविधा को और भी आसान बनाया जाएगा, जिससे सदस्यों को अपनी भविष्य निधि के बारे में जानकारी तुरंत मिल सकेगी।

    एमआईडी ट्रांसफर की आवश्यकता खत्म: अब नौकरी बदलने पर मेंबर आईडी के ट्रांसफर की जरूरत नहीं होगी, जिससे सदस्य अपने फंड का संचालन बिना किसी बाधा के कर सकेंगे।

    राशि ट्रांसफर का झंझट खत्म: एक संस्थान से दूसरे संस्थान में राशि ट्रांसफर करने की प्रक्रिया को भी सरल और परेशानी मुक्त बनाया जाएगा।

निष्कर्ष

EPFO का यह नया आईटी सिस्टम न केवल सदस्यों के लिए सुविधाजनक होगा, बल्कि संगठन की कार्यक्षमता को भी बेहतर करेगा। यह डिजिटल परिवर्तन कर्मचारी भविष्य निधि के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा, जिससे लाखों कर्मचारियों को लाभ मिलेगा।

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