जयपुर.
जयपुर में धरने पर बैठे दिवंगत पुलिसकर्मी बाबूलाल बैरवा के परिजनों से सांसद हनुमान बेनीवाल ने मुलाकात की। इस दौरान बेनीवाल ने उन्हें ढांढस बंधाया और न्याय की लड़ाई में हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। उन्होंने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार संवेदनहीन हो चुकी है और भारतीय जनता पार्टी दलितों को अलग नजरिए से देखती है, जो ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि सुसाइड नोट में बाबूलाल बैरवा ने तमाम बातों को लिखा था, लेकिन सरकार ने किसी के खिलाफ कोई कड़ा एक्शन नहीं लिया जिससे यह इंगित होता है कि एक दलित पुलिस कार्मिक की मृत्यु से उन्हें कोई सरोकार नहीं है। सांसद ने कहा कि स्वर्गीय बैरवा के परिजनों को न्याय दिलवाने के लिए प्रदेश का दलित और ओबीसी समाज राजधानी की सड़क पर बैठा है, लेकिन सरकार गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी न्याय की लड़ाई में आंदोलित परिजनों के साथ खड़ी है। उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा पर भी हमला बोलते हुए कहा कि जिस दिवंगत पुलिस कार्मिक ने न्याय की उम्मीद में जिनका नाम लिखा वो लोग भी आज खामोश बैठे है।
जल्द होगी सीबीआई जांच
बता दें कि हेड कांस्टेबल बाबूलाल बैरवा आत्महत्या प्रकरण कि जल्द सीबीआई जांच होगी। पुलिस मुख्यालय ने गृह विभाग को सीबीआई जांच की पत्रावली भेजी है। गौरतलब है कि मृतक ने अपने सुसाइड नोट में सीबीआई जांच करवाने की बात लिखी थी। ऐसे में अपने महकमे से जुड़े व्यक्ति की राजस्थान पुलिस अंतिम इच्छा को पूरा कर रही है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक मृतक के परिजन और प्रदर्शनकारी सीबीआई जांच से मुकरे हैं। इधर, परिजन मृतक के मोबाइल का पासवर्ड भी नहीं बता रहे हैं।