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राजस्थान-भीलवाड़ा में हिंदू संगठनों और गौ-भक्तों का हंगामे से बढ़ा तनाव

भीलवाड़ा.

भीलवाड़ा में 25 अगस्त को धर्म स्थल के बाहर गाय की पूंछ फेंकने की घटना के बाद से हिंदू संगठनों और गौ-भक्तों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। शहर के बजरंगी चौराहा स्थित सूचना केंद्र पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए और इस घटना के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से न लेते हुए सिर्फ एक मानसिक विक्षिप्त व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जबकि असली अपराधी अब भी खुलेआम घूम रहे हैं।

सूचना केंद्र पर हिंदू संगठनों और गौ-भक्तों की भीड़ शाम से जुटने लगी थी। पूरा क्षेत्र प्रदर्शनकारियों से भर गया, जो पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे थे। उनका कहना है कि पुलिस केवल खानापूर्ति कर रही है और असली अपराधियों को बचाने की कोशिश कर रही है। विश्व हिंदू परिषद के महानगर मंत्री ओम प्रकाश ने कहा, "एक मानसिक विक्षिप्त व्यक्ति, जो खुद का ख्याल नहीं रख सकता, वह इस तरह की वारदात को अंजाम नहीं दे सकता। पुलिस ने मामले को दबाने के लिए उसे गिरफ्तार कर खानापूर्ति की है, जो पूरी तरह से गलत है।"

हनुमान चालीसा का पाठ
प्रदर्शन के दौरान सभी संगठनों के सदस्यों और आमजन ने मिलकर हनुमान चालीसा का पाठ किया। उन्होंने मांग की कि मामले की सही जांच कर असली अपराधियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए, नहीं तो विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और अन्य हिंदू संगठन मिलकर उग्र आंदोलन करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पुलिस ने जल्द ही उचित कार्रवाई नहीं की, तो भीलवाड़ा में अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया जाएगा।

पुलिस प्रशासन पर बढ़ा दबाव
प्रदर्शन के बाद पुलिस प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है। एक ओर पुलिस मामले को सुलझाने के प्रयास में जुटी है, वहीं दूसरी ओर हिंदू संगठनों के दबाव के कारण पुलिस के सामने चुनौती खड़ी हो गई है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है और असली अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए ठोस कदम उठाने की योजना बना रहा है। भीलवाड़ा में गाय की पूंछ फेंकने की इस घटना ने हिंदू समाज में गहरी नाराजगी पैदा कर दी है। लोग इसे उनकी धार्मिक आस्थाओं पर सीधा हमला मान रहे हैं। इसी नाराजगी को प्रदर्शित करते हुए हिंदू संगठनों ने स्पष्ट कर दिया है कि वे इस मामले को तब तक शांत नहीं होने देंगे, जब तक असली अपराधी कानून की गिरफ्त में नहीं आ जाते।

शहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
इस प्रदर्शन के बाद शहर में बढ़ते तनाव के बीच, स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है। पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को टाला जा सके। शहर के प्रमुख चौराहों और संवेदनशील स्थलों पर पुलिस के जवान तैनात हैं, ताकि शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखी जा सके। भीलवाड़ा की जनता और हिंदू संगठनों की नजर अब पुलिस की आगामी कार्रवाई पर टिकी हुई है। प्रशासन के लिए यह एक बड़ी चुनौती है कि वह इस मामले को किस तरह से हल करता है और जनता के गुस्से को शांत करता है। 

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