स्व-रोजगार के लिये हितग्राहियों को दिया गया 1769 करोड़ रूपये का ऋण

भोपाल
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में पिछले 4 वर्षों में मध्यप्रदेश देश में पहले स्थान पर निरंतर अपनी उपस्थिति दर्ज कराता आया है। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में बेहतर प्रदर्शन के लिये मध्यप्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर 11 पुरस्कार तथा प्रदेश स्तर पर 44 पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। योजना में अब तक शहरी क्षेत्र के 12 लाख 30 हजार हितग्राहियों को 1769 करोड़ 16 लाख रूपये का ऋण स्व-रोजगार के लिये उपलब्ध कराया गया है। योजना में मध्यप्रदेश में 4 लाख 89 हजार पथ विक्रेता सफलतापूर्वक डिजिटल लेन-देन कर रहे हैं, जिसमें उन्हें 21 करोड़ रूपये का कैशबैक भी प्राप्त हुआ है।

प्रधानमंत्री स्व-निधि योजना में शहरी क्षेत्रों में रेहड़ी पटरी वाले, हाथ ठेला वालों के रोजगार को मजबूती देने के उद्देश्य से शुरू की गई, जिसमें छोटे स्तर पर अपना काम-धंधा करने वाले हितग्राहियों को 10, 20 और 50 हजार रूपये की कार्यशील पूंजी उपलब्ध कराकर उन्हें आत्म-निर्भर बनाना है। नगरीय विकास एवं आवास विभाग की इस योजना में कोरोना काल के दौरान पूर्व में असंगठित क्षेत्र के पंजीकृत पथ विक्रेताओं को राज्य सरकार की ओर से एक-एक हजार रूपये की अनुदान राशि भी उपलब्ध कराई गई थी।

हितग्राहियों को अन्य योजनाओं का भी मिला लाभ
प्रदेश में स्व-निधि से समृद्धि योजना अंतर्गत प्रदेश के 16 लाख 17 हजार से अधिक पंजीकृत पथ विक्रेताओं और परिवार के सदस्यों को सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ भी दिलाया गया है। इनमें प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा, प्रधानमंत्री जनधन योजना, भवन और अन्य निर्माण श्रमिक, प्रधानमंत्री श्रम योगी मान धन योजना, एक राष्ट्र-एक राशन कार्ड योजना, जननी सुरक्षा और प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ प्रदाय किया गया है।

 

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