मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा- खेल से व्यक्तित्व में अनुशासन, आत्म-विश्वास, बौद्धिक, प्रखरता, निडरता और एकाग्रता विकसित होती

भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि खेल से व्यक्तित्व में अनुशासन, आत्म-विश्वास, बौद्धिक, प्रखरता, निडरता और एकाग्रता विकसित होती है। मध्यप्रदेश ने खेलो इंडिया यूथ गेम में देश में चतुर्थ स्थान प्राप्त किया, शूटिंग में प्रदेश ने 15 मेडल अर्जित किए, ओलंपिक में शामिल हुई भारत की हॉकी टीम में प्रदेश के खिलाड़ी ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रदेश में 18 खेलों की 11 राज्य अकादमियों का संचालन हो रहा है। यह प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सतना में स्पोर्ट्स कॉलेज के लिए 15 करोड़ रुपए स्वीकृत करने की घोषणा की तथा सिंथेटिक ट्रैक निर्माण के लिए 7 करोड़ रुपए भी स्वीकृत किए। साथ ही बाउंड्री वॉल और अन्य निर्माण कार्यों के संबंध में जिला कलेक्टर को निर्देश प्रदान किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सतना में अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा आयोजित 35 वें अखिल भारतीय खेलकूद (एथलेटिक्स) समारोह 2024 के समापन अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 35वें अखिल भारतीय खेलकूद (एथलेटिक्स) प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार भी वितरित किए। कार्यक्रम में अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा संचालित गतिविधियों की जानकारी भी दी गई।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अनेकों उपलब्धियां अर्जित की है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने पदक विजेता खिलाड़ियों को सराहना के साथ ही सर्वश्रेष्ठ प्रयासों के बावजूद पदक प्राप्त करने से चूकने वाले खिलाड़ियों का भी उत्साहवर्धन किया। खेल हो या वैज्ञानिक अनुसंधान का क्षेत्र, प्रधानमंत्री श्री मोदी भारतीय परंपरा का अनुसरण और खेल भावना का परिचय देते हुए सभी क्षेत्रों की प्रतिभाओं को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शित करने के लिए निरंतर प्रोत्साहन प्रदान करते हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी का यह स्नेह, आशीर्वाद और मार्गदर्शन देशवासियों को सभी क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ करने के लिए प्रेरणा प्रदान कर रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारत में घुड़सवारी, तीरंदाजी, तलवारबाजी, कुश्ती जैसे परंपरागत खेलों का समृद्ध इतिहास रहा है। इन कौशलों में भाई-बहनों ने समान रूप से अपनी दक्षता का प्रदर्शन किया है। रानी दुर्गावती ने तलवार के बलबूते पर 51 लड़ाइयां लड़ी और सभी में विजय श्री प्राप्त की। रानी दुर्गावती, रानी अवंतीबाई, रानी लक्ष्मीबाई और रानी अहिल्याबाई ने मातृभूमि की रक्षा और सुशासन के क्षेत्र में उदाहरण प्रस्तुत करने के साथ ही सनातन संस्कृति के विस्तार में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मकर संक्रांति, गुड़ी पड़वा, गुरु पूर्णिमा के समान ही राज्य शासन ने दशहरा भी धूमधाम से मनाया। भारतीय संस्कृति में शस्त्र और शास्त्र दोनों को समान महत्व प्रदान किया गया है। इसी भाव का प्रकटीकरण करते हुए दशहरे पर समस्त पुलिस लाइन, पुलिस थानों व शस्त्रागार में शस्त्र पूजन किया गया। भारतीय संस्कृति में त्यौहारों का विशेष महत्व है, राज्य शासन द्वारा दीपावली और गोवर्धन पूजा को भी धूमधाम से मनाया जाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भारत, सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामयः के सिद्धांत पर विश्वास करते हुए जियो और जीने दो की भावना के आधार पर विश्व में शांति की प्रतिस्थापन के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में निरंतर सक्रिय है। देश के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी भारत अपनी क्षमताओं को प्रदर्शित कर रहा है।

नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी ने कहा कि खेल, जीवन में हार और जीत को समान भाव स्वीकार करने और खेल भावना से जीवन जीने के लिए हमें प्रेरित करते हैं। उन्होंने प्रतिभागियों को उत्साह और सकारात्मक भाव से अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर रहने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में पशुपालन एवं डेयरी राज्यमंत्री श्री लखन पटेल, सतना महापौर श्री योगेश ताम्रकार, विद्या भारती के अखिल भारतीय संगठन मंत्री श्री राम तथा जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *