चंडीगढ़
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी अब पंजाब के हेलिकॉप्टर में उड़ान नहीं भरेंगे। राज्य सरकार ने अपना नया हेलिकॉप्टर खरीद लिया है। सोमवार को चंडीगढ़ में पूजा-अर्चना के बाद सीएम ने चंडीगढ़ से हिसार के लिए नए हेलिकॉप्टर से उड़ान भरी। प्रदेश में हेलिकॉप्टर बदलने को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। पूर्व सीएम मनोहर लाल के कार्यकाल के दौरान भी नया हेलिकॉप्टर खरीदने को लेकर योजना बनाई गई थी लेकिन तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश के सिर चढ़े कर्ज का हवाला देकर सरकार को घेर लिया था। इसके बाद कुछ समय के लिए हेलिकॉप्टर खरीद का मामला ठंडे बस्ते में चला गया था।
पायलट ने दी सलाह
करीब दो साल पहले हेलिकॉप्टर के पायलट और इंजिनियरों की टीम ने सरकार को नया हेलिकॉप्टर खरीदने की सलाह दी थी। इसके बाद इस पर कदम आगे बढ़ाए गए। वर्तमान में सरकार के पास एक हेलिकॉप्टर के अलावा एक सरकारी प्लेन भी है। प्लेन की खरीद बीजेपी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान की थी। हेलिकॉप्टर पूर्व की हुड्डा सरकार के समय खरीदा गया था।
सरकार ने बताई ये वजह
नए हेलिकॉप्टर की खरीद के पीछे हरियाणा सरकार की ओर से वजह भी दी गई है। सरकार की ओर से कहा गया है कि पुराना हेलिकॉप्टर 2008 में खरीदा गया था। उसके रखरखाव पर अब काफी खर्च हो रहा है। साथ ही सेफ्टी का मुद्दा भी था। इसके कारण नए हेलिकॉप्टर की खरीद आवश्यक थी।
पंजाब और हरियाणा इस्तेमाल करती थी एक दूसरे का हेलिकॉप्टर
वर्तमान में अंतरराज्यीय समझौते के तहत पंजाब और हरियाणा सरकार एक-दूसरे का हेलिकॉप्टर इस्तेमाल करते हैं। जरूरत के हिसाब से वह एक-दूसरे को इसे उपलब्ध करवाते हैं। पूर्व मनोहर सरकार के समय में हाई पावर परचेज कमेटी द्वारा स्वीकृति दिए जाने के बाद अब नए हेलिकॉप्टर की खरीद की गई है। बताया जाता है कि करीब 80 करोड़ रुपये की लागत से यह हेलिकॉप्टर जर्मनी से खरीदा गया है। नए हेलिकॉप्टर में पुराने हेलिकॉप्टर के मुकाबले ज्यादा सेफ्टी फीचर्स दिए गए हैं।