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बांग्लादेश में चिन्मय दास के वकील पर इस्लामिक कट्टरपंथियों ने किया जानलेवा हमला, ICU में लड़ रहे जिंदगी की जंग

कोलकाता
बांग्लादेश में हिंदू धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास प्रभु के मामले की लड़ाई लड़ रहे वकील रमन राय पर हमला हुआ है। गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस्कॉन कोलकाता के प्रवक्ता राधारमण दास ने सोमवार को यह दावा किया।
वकील रमन राय के लिए प्रार्थना करने की अपील

दास ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर की गई एक पोस्ट में लिखा, ''कृपया वकील रमन राय के लिए प्रार्थना करें। उनकी केवल यही गलती थी कि उन्होंने अदालत में चिन्मय कृष्ण प्रभु का बचाव किया। इस्लामी कट्टरपंथियों ने उनके घर में तोड़फोड़ की और उन पर गंभीर हमला कर उन्हें आइसीयू में पहुंचा दिया, जहां वह अपनी जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।''

एक बंगाली चैनल से चर्चा में दास ने बताया कि यह घटना बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों की वकालत करने वालों पर बढ़ते खतरों को बताती है। गौरतलब है कि बीते 25 नवंबर को चिन्मय दास को बांग्लादेश में गिरफ्तार किया गया था और मंगलवार को अदालत ने उनकी जमानत खारिज करते हुए जेल भेज दिया था।
भारतीय दस्तावेज के साथ 29 बांग्लादेशी धरे

मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने बताया कि 29 संदिग्ध बांग्लादेशियों को इंफाल पश्चिम जिले से पकड़ा गया है और उनके पास से असम में जारी हुए आधार कार्ड बरामद किए गए हैं। एक गुप्त सूचना के बाद सोमवार को पुलिस ने बेकरी में काम कर रहे लोगों को धरा गया।
बांग्लादेश सांप्रदायिक गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा

एएनआइ के अनुसार बांग्लादेश के विदेश सलाहाकर मोहम्मद तौहीद हुसैन ने बताया कि यह सरकार सभी को साफ बताना चाहती है कि वो किसी भी तरह की सांप्रदायिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं करेगी। सरकार हिंदू और मुस्लिम को एक बराबर देखती है। कानून अपने हिसाब से काम करेगा। अगर कोई गड़बड़ी करता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मांट्रियल में प्रदर्शन

कनाडा में बांग्लादेशी हिंदुओं ने इस्कॉन बांग्लादेश के समर्थन में प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार से अंतरिम बांग्लादेशी सरकार से उनके यहां अल्पसंख्यकों के अधिकारों के प्रति सम्मान की मांग की। उन्होंने एकजुटता, शांति और न्याय की मांग की। वहां पर कट्टरपंथियों को खुला छोड़ दिया गया है और वो हर जगह कब्जा कर रहे हैं।
बांग्लादेश के साथ व्यापार बंद करने का एला

आइएएनएस के अनुसार असम के श्रीभूमि जिले के कम से कम 500 व्यापारियों ने घोषणा की है कि वे बांग्लादेश के साथ आयात-निर्यात नहीं करेंगे। करीमगंज जिला आयात-निर्यात समन्वय समिति के अमरेश राय ने कहा कि वे बांग्लादेश में इसाइयों और हिंदुओं के साथ धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा का विरोध करते हैं।

संयुक्त रूप से फैसला लिया गया है कि बांग्लादेश में हालात सामान्य होने तक व्यापार नहीं किया जाएगा।
बांग्लादेशी अल्पसंख्यक आयोग ने जताई चिंता

बांग्लादेशी हिंदू बौद्ध इसाई एकता परिषद ने चिट्टागोंग में 70 अल्पसंख्यक वकीलों और दो पत्रकारों पर लगाए गए झूठे और परेशान करने वाले मामलों को दर्ज किए जाने पर चिंता जताई है। बीते 30 नवंबर को कोतवाली पुलिस थाने में देसी बम विस्फोट और वाहनों को नष्ट किए जाने के मामले पर रिपोर्ट दर्ज की थी।

 

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