जींद
हरियाणा की कंडेला खाप के प्रधान ओमप्रकाश कंडेला ने रविवार को शम्भू बॉर्डर पर पंजाब के किसानों के के खिलाफ पुलिस के बल प्रयोग की निंदा की। कंडेला ने मीडिया से कहा कि जिस दिन संयुक्त किसान मोर्चा एक हो जाएगा सभी खापें आंदोलन का साथ देंगी। बॉर्डर पर जो आंदोलन चल रहा है उसमें सिर्फ किसानों के दो ही गुट हैं। आंदोलन में भाग लेने का काम खापों का नहीं है, खाप तो सिर्फ आंदोलन का साथ देती है। पंजाब के किसानों के साथ शम्भु बॉर्डर पर जो घटना घटी हम उसकी निंदा करते हैं। अगर किसान एकजुट होते तो हम वहां जाते।
उन्होंने कहा, "पंजाब के किसान अगर हरियाणा के किसानों को बुलावा भेजेंगे तो हरियाणा का किसान तैयार है। अगर वे हमें बुलाते हैं तो हम तैयार हैं और पीछे नहीं हटेंगे। यदि सभी समूह एकजुट हो गए तो सभी खापें उनके साथ खड़ी हो जाएंगी और सरकार के पास कहने के लिए कुछ नहीं होगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी 24 फसलों पर एमएसपी की बात करते हैं जो सच्चाई नहीं है। हरियाणा की मंडियों के अंदर किसानों का शोषण हो रहा है।"
शंभू बॉर्डर पर किसान पुलिस पोस्ट के बाहर नारेबाजी कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस की तरफ से मीडिया की गाड़ियों को रोकने के खिलाफ प्रदर्शन किया। शनिवार रात ही एक पत्र हरियाणा पुलिस की तरफ से पंजाब पुलिस को लिखकर बॉर्डर से एक किलोमीटर दूर मीडिया को रोकने को कहा गया था।
वहीं, किसान नेता सरवन सिंह पंढ़ेर ने आईएएनएस से कहा, "हम लोग किसान मजदूर के साथ हैं। भगवंत मान और केजरीवाल कहते थे कि मोदी सरकार किसानों के ऊपर जबरदस्ती कर रही है। आज पंजाब सरकार का चेहरा भी बेनकाब हो गया है। केंद्र के निर्देश पर भगवंत मान सरकार मीडिया को कवरेज के लिए जाने नहीं दे रही है। हम इसकी निंदा करते हैं। स्वयं मुख्यमंत्री आगे आएं और बताएं कि मीडिया को क्यों रोका जा रहा है।"
किसानों के दिल्ली कूच के चलते दिल्ली के तमाम बॉर्डर पर पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। टिकरी बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने विशेष इंतजाम करते हुए छतों पर तंबू लगाए हैं और कंटेनरों के साथ बॉर्डर पर बेरिकेड्स भी लगाए गए हैं। सार्वजनिक सभाओं और जुलूसों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। इसके साथ ही ड्रोन और वाटर कैनन की व्यवस्था भी की गई है। शंभू बॉर्डर पंजाब के पटियाला और हरियाणा के अंबाला को जोड़ता है।