नाथन मैकस्वीनी ने स्वीकार किया कि दो मैचों के लिये टीम में जगह नहीं मिलने से टूट चुके हैं

नई दिल्ली
ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज नाथन मैकस्वीनी ने स्वीकार किया कि वह भारत के खिलाफ बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के आखिरी दो मैचों के लिये टीम में जगह नहीं मिलने से टूट चुके हैं लेकिन उन्होंने कड़ी मेहनत करके दोबारा टीम में जगह बनाने का वादा भी किया है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने मैकस्वीनी के खराब प्रदर्शन के बाद उनकी जगह युवा सैम कोंटास को बचे दो टेस्ट मैचों के लिए टीम में जगह दी है। मैकस्वीनी ने चैनल 7 से कहा, ‘‘हां मैं टूट चुका हूं। ऑस्ट्रेलिया के लिये खेलने का मेरा सपना सच हुआ लेकिन उस तरह से नहीं, जैसे मैं चाहता था। लेकिन खेल में ऐसा होता है। मैं कड़ी मेहनत करके अगले मौके के लिये खुद को तैयार करूंगा।’’

25 वर्ष के मैकस्वीनी ने पर्थ में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया लेकिन पिछली छह पारियों में उनका स्कोर 10, 0, 39, नाबाद 10, 9 और 4 रहा। उन्हें सीरीज में चार बार भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने आउट किया। मैकस्वीनी ने कहा, ‘‘क्रिकेट में ऐसा ही है। मौका मिलने पर अच्छा नहीं खेलते हैं तो आपकी जगह सुरक्षित नहीं है। मैं चूक गया लेकिन अब फिर मेहनत करके टीम में दोबारा जगह बनाऊंगा।’’ ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज माइक हस्सी ने मैकस्वीनी से हमदर्दी जताते हुए फॉक्स क्रिकेट से कहा, ‘‘मुझे उसके लिये दुख हो रहा है। यह बहुत कठिन फैसला था।’’

बता दें, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने शुक्रवार, 20 दिसंबर को ही भारत के खिलाफ बचे दो टेस्ट मैचों के लिए स्क्वॉड का ऐलान किया है। इस स्क्वॉड में कई बदलाव हुए हैं। मिचेल मार्श और जोश हेजलवुड जैसे खिलाड़ियों को ड्रॉप किया गया है, वहीं झाय रिचर्डसन की लगभग तीन साल बाद टेस्ट टीम में वापसी हुई है और 19 साल के सैम कोंटास को भी जगह मिली है जिनका बॉक्सिंग डे टेस्ट खेलने की बहुत अधिक संभावनाएं हैं।

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