दौसा।
ईसरदा परियोजना के तहत दौसा शहर को पानी की नई पाइप लाइन से जोड़ा जा रहा है। करोड़ों की लागत से यह परियोजना शहर की प्यास बुझाने का वादा करती है, लेकिन इसके नाम पर शहर को अनदेखा छोड़ दिया गया है। ठेकेदार फर्म और संबंधित विभाग की लापरवाही ने शहर की सड़कों को खंडहर बना दिया है।
शहर की शिव कॉलोनी में पानी की पाइप लाइन डालने के दौरान जेसीबी से सड़कें तोड़ दी गईं, जिससे पहले से यहां बिछाई हुई पानी की लाइनों को नुकसान पहुंचा। शिकायतें जलदाय विभाग के JEN से लेकर SE तक की गईं, लेकिन किसी ने संज्ञान नहीं लिया, नतीजतन हाल ही में हुई पानी सप्लाई के दौरान हजारों लीटर पानी नालियों में बह गया।
शिव कॉलोनी निवासी मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि पाइप लाइन डालने के बाद उनकी पुरानी लाइन को जोड़ा नहीं गया। सीताराम शर्मा का कहना है कि सप्लाई का पानी पहले ही सात दिन में आता है, ऊपर से टूटी लाइनों और खराब सड़कों ने मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। जानकारों के अनुसार पाइप लाइन डालने के लिए कटर मशीन से रोड काटने और सात दिनों में उसे ठीक करने का प्रावधान है लेकिन ठेकेदार फर्म जेसीबी का उपयोग कर रही है और सड़कों को खस्ताहाल छोड़ रही है। इसके अलावा लाइन बिछाने के लिए बिजली चोरी भी खुलेआम हो रही है लेकिन बिजली विभाग और जलदाय विभाग के अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इस लापरवाही के चलते सरकार और प्रशासन की साख पर भी सवाल उठने लगे हैं। इस पूरे क्रियाकलाप के चलते नागरिक न सिर्फ पानी के लिए संघर्ष कर रहे हैं, बल्कि टूटी सड़कों और अनियमित सप्लाई की मार भी झेल रहे हैं। ठेकेदार फर्म और विभाग की इस अनदेखी ने आम जनता को बुरी तरह प्रभावित किया है। सरकार और विभाग को इस समस्या का समाधान निकालने के लिए तुरंत कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि नागरिकों को इन कठिनाइयों से राहत मिल सके।