मुंगेर
मुंगेर एएसआई संतोष कुमार हत्याकांड के बाद बिहार पुलिस एक्शन में हैं. पुलिस ने हत्याकांड एक आरोपी का एनकाउंटर किया है. ASI हत्याकांड का आरोपी गुड्डू पुलिस का हथियार छीन कर भागने की कोशिश कर रहा था. इस दौरान उसने पुलिस पर फायरिंग भी की, जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग कि, जिसमें पुलिस की गोली भाग रहे गुड्डू यादव के पैर में लग गई. गोली लगने के बाद वह जमीन पर गिर गया. फिलहाल सदर अस्पताल में उसका इजाल चल रहा है.
पेड़ से टकराई पुलिस की गाड़ी
बता दें की पुलिस टीम इस हत्याकांड में अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी करने गई थी. इस दौरान पुलिस आरोपी गुड्डू यादव को गिरफ्तार कर उसे अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जा रही थी. इस दौरान पुलिस का गाड़ी एक पेड़ से टकरा गया. इस मौके का फायदा उठाकर गुड्डू पुलिस का हथियार छीनकर भागने की कोशिश करने लगा.
इस दौरान पुलिस ने उसे पकड़ने की कोशिश की, जिसके बाद उसने पुलिस पर गन तान दिया. इसके बाद पुलिस ने बचाव करते हुए उसके पैर में गोली मार दी. वहीं, इस घटना में थानाध्यक्ष समेत 4 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए, जिनका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. सभी की हालत खतरें से बाहर हैं.
ASI हत्याकांड पर मुंगेर DIG का बयान
मुंगेर DIG राकेश कुमार ने ASI संतोष कुमार सिंह हत्या मामले पर बताया कि, वे (संतोष कुमार सिंह) 112 के अंतर्गत काम कर रहे थे. कल देर शाम को उन्हें दो पक्षों के बीच विवाद की सूचना मिली थी, जिसके सत्यापन के लिए वे वहां गए थे. जब वे उस विवाद को सुलझा रहे थे, उसी दौरान एक पक्ष द्वारा उन पर हमला कर दिया गया था. इस घटना में अब तक कुल 7 लोगों की संलिप्तता प्रकाश में आई है, जिसमें से 5 लोगों की गिरफ्तारी कर ली गई है. एक अभियुक्त जिसका नाम गुड्डू था उसे आज पुलिस टीम ले जा रही थी. उसने गाड़ी से भागने का प्रयास किया, पुलिस कर्मियों का हथियार छीना और पुलिस पर फायरिंग की. आत्मरक्षा में पुलिस ने भी फायरिंग की जिसमें उसे एक गोली लगी है. वह अभी इलाजरत है.
पुलिस लाइन में दी गई श्रद्धांजलि
वहीं, दूसरी ओर मुंगेर सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद जमादार संतोष कुमार सिंह का पार्थिव शरीर पुलिस लाइन लाया गया. डीआइजी राकेश कुमार, जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक सैयद इमरान मसूद, सदर डीएसपी अभिषेक आनंद सहित सभी पुलिस पदाधिकारी ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए पुष्प चढ़ाएं. इसके बाद वाहन से शव को जमादर के पैतृक गांव कैमूर भेजा गया.