मेरठ
मेरठ में पति सौरभ का कत्ल कर मुस्कान अपने प्रेमी साहिल के साथ हिमाचल, मनाली और शिमला में अय्याशी करने के लिए चली गई। वहीं, मासूम बेटी अपने पिता से बात करने के लिए बार-बार सौरभ और मुस्कान के मोबाइल पर कॉल करती रही। वह अपनी मां से हर बार एक ही बात कहती कि मां, जरा पापा से मेरी बात करा दो। लेकिन मुस्कान ने कभी सौरभ के व्यस्त होने और कभी सो जाने की बात कहकर हर बार उसे टाल दिया। मासूम को अब भी नहीं मालूम कि उसके सिर से पिता का साया हमेशा के लिए उठ गया है।
18 मार्च को सुबह मासूम ने बार-बार अपने पापा से बात कराने की जिद की तो मुस्कान टूट गई। पहले परिजनों को बताया कि सौरभ को उसके ही परिवार ने मार दिया है और ड्रम में बंद कर दिया है। इस दौरान उसे अगवा कर बंधक बनाकर रखा और अब छोड़ा है। हालांकि जब मुस्कान के पिता प्रमोद रस्तोगी ने ज्यादा खोजबीन की तो मुस्कान ने साहिल के साथ मिलकर सौरभ की हत्या का खुलासा किया।
मासूम को नहीं पता, पिता का साया सिर से उठ गया
सौरभ और मुस्कान की बेटी अपने नाना प्रमोद रस्तोगी के पास है। मासूम बच्ची को नहीं पता कि मां ने ही पिता की हत्या कर दी और सिर से पिता का साया उठ चुका है। फिलहाल बच्ची को प्रमोद रस्तोगी ने अपने पास रखने की ही बात कही है।
सीमेंट तोड़ निकाली लाश,दो घंटे चला पोस्टमार्टम
सौरभ की लाश को जिस ड्रम में डालकर सीमेंट का घोल भरा गया था, उसे पुलिस ने मंगलवार रात को मोर्चरी भिजवाया। इसके बाद करीब डेढ़ घंटे मशक्कत करने के बाद इस ड्रम को काटकर और सीमेंट को तोड़कर लाश के टुकड़े बाहर निकाले गए। ड्रम में सौरभ का सिर और दोनों हाथ कटे हुए अलग मिले थे, जबकी बाकी शरीर अलग था। इसके बाद शव को मोर्चरी में रखवाया गया। बुधवार को करीब 2 घंटे पोस्टमार्टम चला। पोस्टमार्टम के अनुसार सौरभ की मौत दिल में चाकू लगने से हुई है। सीने पर चाकू के कुल मिलाकर पांच वार मिले हैं।
पोस्टमार्टम हाउस के चिकित्सक और स्टाफ का कहना है कि उन्होंने अपनी नौकरी में सीमेंट के ड्रम में जमे शव का पहली बार पोस्टमार्टम किया है। खुलासा किया गया है कि किसी धारदार हथियार से सीने पर वार किए गए। इसके बाद उस्तरे से गर्दन काटने का प्रयास किया गया था, लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद किसी बड़े चाकू या आरी से गर्दन काटी गई। इतना ही नहीं, दोनों हाथ भी काटकर अलग किए गए थे। पोस्टमार्टम में किसी नशीली दवा के इस्तेमाल की फिलहाल पुष्टि नहीं हुई है। डॉक्टर ने जांच के लिए बिसरा सुरक्षित रखा है। सीएमओ डॉ. अशोक कटारिया ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के कुछ बिंदुओं पर बातचीत करते हुए बताया कि शव पूरी तरह डी- कंपोज्ड हो गई थी। त्वचा पूरी तरह से हट गई थी। शरीर पर पपड़ी जमी थी। पोस्टमार्टम करने में चिकित्सक, पुलिस और स्टाफ को दो घंटे से ज्यादा का समय लगा।