मान सरकार महिला सशक्तिकरण पर विशेष जोर दे रही है, उनके लिए स्कीम्स चलाई जा रही हैं, ताकि वे आगे बढ़ सकें

चंडीगढ़
पंजाब में मान सरकार महिला सशक्तिकरण पर विशेष जोर दे रही है। इसके लिए महिलाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं। महिलाओं और बच्चों की स्वास्थ्य जांच कराई जा रही है। महिलाओं को अपनी हेल्थ के प्रति जागरुक किया जा रहा है। उनके लिए कई तरह की स्कीम्स भी चलाई जा रही हैं, ताकि वे आगे बढ़ सकें। सरकार समाज को जागरुक करके कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगाने का काम कर रही है। ऐसा संदेश दिया जा रहा है कि लड़कियां भी लड़कों से कम नहीं हैं। लोगों को बताया जा रहा है कि पंजाब की लड़कियां कैसे देश में नहीं बल्कि पूरी दुनिया में सूबे का नाम रोशन कर रही हैं।
 
महिला सशक्तिकरण और रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए पूरे पंजाब में शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इन शिविरों में महिलाओं की आवश्यक स्वास्थ्य जांच और विभिन्न स्वास्थ्य मुद्दों पर उनको जागरुक किया जा रहा है। कैंप में जिला अस्पतालों की विशेषज्ञ टीमों द्वारा मुफ्त स्वास्थ्य जांच की जाती है। इस दौरान उन्हें कई बीमारियों के प्रति जागरुक किया जाता है। उनकी स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, ओरल कैंसर, रक्तचाप, शुगर टेस्ट और एनीमिया की जांच की जा रही है। जांच के साथ ही दवाइयां भी दी जा रही हैं। यहां पर महिलाओं को महत्वपूर्ण स्वास्थ्य विषयों जैसे गर्भनिरोधक उपाय, परिवार नियोजन, मूत्र संक्रमण (यूटीआई), माहवारी स्वच्छता और किशोरावस्था स्वास्थ्य के प्रति जागरुक किया जाता है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब की महिलाओं ने नारी शक्ति को नई पहचान दी है। महिलाएं सामाजिक और सांस्कृतिक ताने-बाने को मजबूत बनाने में खास रोल निभा रही हैं। महिलाओं में दुनियाभर में तरक्की हासिल करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रयास कर रही है कि महिलाएं को अधिक से अधिक अवसर प्रदान किए जाएं।

लड़कियों को लेकर समाज में जागरुकता अभियान
बालिकाओं के प्रति समाज में जागरुकता लाने के लिए जिला और ब्लॉक स्तर पर शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। हमारे समाज में लड़कों को लड़कियों पर प्राथमिकता दी जाती है। इस समस्या को जागरुकता से ही निपटा जा सकता है। इसी कारण मान सरकार समाज में जागरुकता फैलाने का काम कर रही है। लोगों को बताया जा रहा है कि लड़कियां हर वो काम कर सकती हैं जो कि लड़के करते हैं। अब समाज में हर पद पर लड़कियां पहुंचकर देश और राज्य का नाम रौशन कर रही हैं।

माई भागो विद्या योजना
माई भागो विद्या योजना का उद्देश्य है कि छात्राएं प्राथमिक स्तर से आगे की पढ़ाई जारी रखें। छात्राएं प्राथमिक स्तर के बाद से अपना नाम कटाकर पढ़ाई छोड़ देती हैं छात्राएं घर से स्कूल दूर होने के कारण आगे की पढ़ाई जारी नहीं रख पाती हैं। उनके लिए बिना किसी वाहन के स्कूल जाना मुश्किल होता है। इस समस्या के समाधान के लिए माई भागो विद्या योजना लाई गई। इस योजना के तहत ऐसी बच्चियों को वाहन लेने में मदद की जाती है। राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली 9वीं से 12वीं कक्षा की सभी छात्राओं को मुफ्त साइकिलें प्रदान की जाती हैं।

बेबे नानकी लाडली बेटी कल्याण योजना
यह योजना कन्या भ्रूण हत्या को रोकने और लड़कियों के लिए बेहतर शिक्षा को बढ़ावा देने की शानदार पहल है। यह योजना समय-समय पर पात्र परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है, ताकि परिवार बालिका को बोझ नहीं समझें।

बेबे नानकी लाडली बेटी कल्याण योजना
यह योजना कन्या भ्रूण हत्या को रोकने और लड़कियों के लिए बेहतर शिक्षा को बढ़ावा देने की शानदार पहल है। यह योजना समय-समय पर पात्र परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है, ताकि परिवार बालिका को बोझ नहीं समझें। इस योजना में बालिका के जन्म से लेकर उसके 18 साल पूरे होने तक राज्य सरकार 61000 रुपये की वित्तीय सहायता देती है।

एसिड पीड़ितों को सहायता
पंजाब में एसिड पीड़ितों को सरकार सहायता देती है, ताकि वे अपना जीवन सम्मान से जी सकें। इस योजना में एसिड अटैक के कारण 40 फीसदी विकलांग हो चुकी महिलाओं को मासिक वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। एसिड अटैक की पीड़ितों के पुनर्वास और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए 8000 रुपये प्रति माह दिए जाते हैं।

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