योगी का नया आदेश: कांवड़ मार्ग पर नहीं बिकेगा खुले में मांस, दुकानों पर लगाना होगा बोर्ड

लखनऊ 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी कांवड़ यात्रा, मोहर्रम और रथयात्रा को लेकर आला अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। यूपी के पुलिस आयुक्तों, मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने निर्देश दिए कि सभी आयोजन श्रद्धा, सुरक्षा और समरसता के साथ सम्पन्न हों, इसके लिए प्रशासनिक मशीनरी को पूरी संवेदनशीलता और सतर्कता के साथ कार्य करना होगा। इस दौरान कांवड़ यात्रा को लेकर मुख्यमंत्री ने विशेष निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर कहीं भी खुले में मांस आदि की बिक्री न हो। इसके साथ ही हर दुकानदारों को स्पष्ट रूप से नाम लिखना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यात्रा मार्ग पर डीजे, ढोल-ताशा और संगीत की ध्वनि निर्धारित मानकों के अनुरूप ही होनी चाहिए। कानफोड़ू आवाज, भड़काऊ नारे, और परंपरा से इतर रूट परिवर्तन किसी दशा में स्वीकार्य नहीं होंगे। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि किसी शोभायात्रा के लिए पेड़ काटना, झुग्गियां हटाना या गरीबों का आश्रय उजाड़ना कदापि स्वीकार्य नहीं होगा। योगी ने यह भी स्पष्ट किया कि धार्मिक यात्राओं में अस्त्र-शस्त्र का प्रदर्शन और धार्मिक प्रतीकों का राजनीतिक उपयोग सौहार्द को खंडित करने वाले तत्व हैं, जिन पर पूरी सख्ती से रोक लगनी चाहिए।

एक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 11 जुलाई से नौ अगस्त तक पवित्र श्रावण मास रहेगा जिसके दौरान कांवड़ यात्रा, श्रावण शिवरात्रि, नागपंचमी और रक्षाबंधन जैसे पर्व मनाए जाएंगे और इसी अवधि में 27 जून से आठ जुलाई तक जगन्नाथ रथ यात्रा तथा 27 जून से छह-सात जुलाई तक मुहर्रम के आयोजन संभावित हैं।

ड्रोन से निगरानी की जाए
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया की सघन निगरानी हो और आवश्यकता पड़ने पर ड्रोन के माध्यम से निगरानी सुनिश्चित की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटते होते हैं, जिनमें वेश बदलकर अराजक तत्वों के शामिल होने की आशंका बनी रहती है। इसके मद्देनजर मुख्यमंत्री ने सभी जनपदों को सतर्क रहने का निर्देश देते हुए कहा कि थाना, हल्का और चौकी स्तर पर स्थानीय प्रशासन कांवड़ संघों के साथ संवाद बनाए रखें और सभी व्यवस्थाओं की पूर्व समीक्षा सुनिश्चित करें। उन्होंने दोहराया कि श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं का सम्मान सर्वोपरि है, किंतु किसी शरारती तत्व को अवसर नहीं मिलना चाहिए।

यात्रा मार्गों की स्वच्छता, रोशनी, पेयजल, शौचालय हो व्यवस्था
श्रद्धालुओं की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर कहीं भी खुले में मांस आदि की बिक्री न हो। यात्रा मार्गों की स्वच्छता, रोशनी, पेयजल, शौचालय एवं प्राथमिक चिकित्सा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। जर्जर बिजली के खंभे और लटकते तारों की मरम्मत तत्काल पूर्ण हो। शिविर लगाने वाली संस्थाओं का सत्यापन कर उनके सहयोग से जनसुविधा केंद्र संचालित किए जाएं।

मुहर्रम के आयोजनों के लिए भी स्पष्ट निर्देश
मुहर्रम के आयोजनों के लिए भी मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि विगत वर्षों में हुई दुर्घटनाओं से सबक लेते हुए इस वर्ष सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। शांति समिति एवं आयोजन समितियों से संवाद कर कार्यक्रमों को परंपरागत मार्गों पर शांतिपूर्वक संपन्न कराया जाए। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को यह भी निर्देश दिया कि कार्रवाई के लिए शासन से आदेश की प्रतीक्षा कतई न करें, तत्परता से और कानूनसम्मत कार्रवाई करें।

 

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