रांची
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी आए दिन हेमंत सरकार पर निशाना साधते रहते है। हर बार की तरह इस बार भी मरांडी ने हेमंत सरकार पर बड़ा निशाना साधा।
मरांडी ने कहा कि ये 18वीं सदी नहीं है, पर झारखंड के गांवों में हालात अभी भी वही हैं। मरांडी ने कहा कि सिमडेगा जिले के चुंदियारी गांव में एक बुज़ुर्ग महिला गंगो देवी के कमर में गंभीर चोट आई, लेकिन गांव में न सड़क थी, न स्वास्थ्य सुविधा, न एम्बुलेंस पहुंची। मजबूर परिजन खाट पर लादकर तीन किलोमीटर पैदल चले। मरांडी ने कहा कि शर्म की बात ये है कि ये सब उस राज्य में हो रहा है, जहां हेमंत सरकार ने इस साल बजट में स्वास्थ्य पर 3497 करोड़ और सड़कों व पुलों के लिए 5300 करोड़ खर्च करने की घोषणा की थी।
मरांडी ने कहा कि जब भ्रष्टाचार करने की बात आती है, तो हेमंत सरकार सुरसा से भी बड़ा मुंह खोल लेती है, लेकिन जब व्यवस्था को लेकर सवाल किया जाए तो मुख्यमंत्री और मंत्री गूंगे बहरे बन जाते हैं। मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन राजनीति से इतर इतनी संवेदनशीलता तो दिखाइए, कम से कम ये सुनिश्चित कीजिए कि आज के बाद किसी झारखंड वासी को खाट पर लादकर इलाज के लिए न जाना पड़े।
बता दें कि राज्य के चुंदयारी गांव में सड़क नहीं है। सड़क न होने के कारण एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच पाती। ऐसे में बीमार या घायल लोगों को गांव से बाहर लाने के लिए खाट या किसी अन्य साधन से अस्पताल ले जाना पड़ता है। एक दुर्घटनाग्रस्त बुजुर्ग महिला की गंभीर हालत को देखते हुए परिजन उसे अस्पताल ले जाने लगे। परिजनों ने अस्पताल से एंबुलेंस मंगवाई, लेकिन एंबुलेंस रास्ते में ही खराब हो गई जिसके बाद बुजुर्ग महिला को खाट से ही अस्पताल ले जाया गया।