फरीदाबाद.
सीबीआई का डीसीपी बनकर ठग ने बैंककर्मी को डिजिटल अरेस्ट (Digital Arrest) कर तीन दिन तक प्रताड़ित किया। मामले में फंसाने की धमकी दी। मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) का आरोप लगाया। उसे मधुबनी बिहार भेजकर अपने खाते से पैसे ट्रांसफर करने को मजबूर कर दिया। इस तरह पांच लाख तीन हजार की ठगी हो गई। साइबर थाना सेंट्रल में बेनीपट्टी गांव, जिला मधुबनी (बिहार) के रहने वाले आदित्य कुमार झा ने दी शिकायत में बताया कि वह फिलहाल डिस्कवरी पार्क सेक्टर-80 ग्रेटर फरीदाबाद में रहते हैं। वह वायुसेना से सार्जेंट के पद से सेवानिवृत्त हो चुके हैं और पंजाब नेशनल बैंक की मच्छगर शाखा में लिपिक हैं।
आपके नंबर से भेजे जाते हैं अश्लील मैसेज
छह अक्टूबर 2024 को उनके पास एक अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने बताया कि आपका सिम कार्ड दो घंटे के अंदर बंद हो जाएगा। आपके आधार कार्ड से एक और सिम एक्टिवेट है। इससे जुआ सहित अश्लील मैसेज भेजे जाते हैं। इसलिए आपके खिलाफ मामला दर्ज है।
दिल्ली स्थित सीबीआई के ऑफिस बुलाया
आदित्य ने इनकार किया कि उसने तो दूसरी सिम जारी नहीं कराई है, फिर उसके पास वीडियो कॉल की गई। कॉल करने वाले ने अपने आपको सीबीआई दिल्ली से डीसीपी बताया। उन्होंने कहा कि आपके नाम से गिरफ्तारी वारंट निकला है। दो घंटे में सीबीआई दिल्ली ऑफिस पहुंचो।
गिरफ्तारी का डर दिखाया
यह भी बताया कि उसके नाम पर 6.68 करोड़ मनी लॉन्ड्रिंग का केस है, जो नवाब मलिक के साथ है। उसने किसी नवाब मलिक से पहचान होने से इनकार किया। इसके बाद उसे गिरफ्तार करने की धमकी देकर कहा कि एकांत में जाओ, किसी परिवार के सदस्य को कुछ नहीं बताना। यह सुनकर वह ग्रेटर फरीदाबाद स्थित विपुल प्लाजा में पहुंचा गया। वहां कमरा बुक किया और वीडियो कॉल पर बात करता रहा। अगले दिन बैंक खाता फ्रीज करने के नाम पर पैसे ट्रांसफर करने को कहे। वह सेक्टर-14 पीएनबी पहुंचा और पांच लाख तीन हजार का चेक देकर पैसा ट्रांसफर करने को कहा।
बिहार जाकर तुड़वाई एफडी
उस ब्रांच ने पैसा ट्रांसफर करने से मना कर दिया। क्योंकि उसने अपने गृह जिले मधुबनी के बेनीपट्टी गांव के बैंक में एफडी कराई हुई थी। इसलिए उससे कहा गया कि उसी शाखा में जाओ। वह ट्रेन से मधुबनी स्थित अपने गांव पहुंचा। इस दौरान वीडियो कॉल जारी रही। उसने वहां एफडी तुड़वाकर पांच लाख तीन हजार ट्रांसफर करा दिए।
गांव के चाचा को हो गया शक
अब ठग उससे और पैसे ट्रांसफर करने की मांग कर रहे थे। इस बीच गांव में उनके चाचा डॉ. विनोदानंद झा को शक हो गया। उन्होंने जबरन फोन लेकर वीडियो कॉल अटेंड की तो कॉल कट गया। पता लग गया कि ठगी हो रही है। फिर उसे स्वजन को सूचना मिली तो वह अगले दिन फरीदाबाद लौट आया। इसकी सूचना व शिकायत साइबर थाने में दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया।